The Sky Is Pink Movie Review: प्रियंका-फरहान ने सिखाये जिंदगी के मायने

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Dipssy Ranzz
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The Sky Is Pink Movie Review: प्रियंका-फरहान ने सिखाये जिंदगी के मायने

रेटिंग: 3.5/5 स्टार

फिल्मी कलाकार: प्रियंका चोपड़ा, फरहान अख्तर, ज़ायरा वसीम, रोहित सराफ, ब्रायन नाथन

निर्देशक: सोनाली बोस

प्रियंका चोपड़ा और फरहान अख्तर की फिल्म ‘द स्काई इज पिंक’ में परिवार, प्यार, रिलेशन, लाइफ और मौत सभी कुछ है। ये एक ऐसी कहानी है जिसका आप सरलता से चित्रण कर सकते है। सोनाली बोस की ये फिल्म आपका दिल जरूर जीत लेगी। फिल्म आपको आपको हंसाएगी भी और रुलाएगी भी।

इस फिल्म की कहानी की बात करे तो फिल्म में एक लड़की और उसके परिवार की कहानी है। लड़की का नाम आयशा चौधरी है जिसका किरदार जायरा वसीम ने निभाया है। जो कि पैदा होते के साथ ही एससीआईडी यानी कि सिवियर कम्बाइन्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित होती हैं । आयशा चौधरी के शरीर में इम्यून सिस्टम नहीं होता है जिसके कारण वह तेजी से एलर्जी से ग्रषित हो जाती है साथ ही वह भीड़-भाड़ वाली जगह पर नहीं आ-जा सकती हैं। इतना ही नहीं आयशा चौधरी को आगे जाकर पल्मोनरी फाइब्रोसिस नाम की बीमारी भी हो जाती है जो कि फेफड़ों की बीमारी होती है और यह लाइलाज है।

फिल्म की शुरुआत आयशा (जायरा वसीम) की आवाज़ से शुरू होती है जो सोचती है कि मर जाना ठीक है। फिर आयशा अपने माता-पिता की उस प्रेम कहानी की तरफ लेकर जाती है जो काफी दिलचस्प होती है। बता दें कि जायरा वसीम की मां का किरदार अदिति (प्रियंका चोपड़ा) और पिता का किरदार निरेन (फरहान अख्तर) ने अदा किया है। जायरा वसीम इनकी लव स्टोरी से लेकर शादी, माता-पिता बनने और सेक्स लाइफ तक के बारे में बताती है।

अदिति और निरेन अपने पहले बच्चे तान्या को एससीआईडी के कारण खो चुके होते हैं जो कि बहुत रेअर बीमारी होती है। दूसरे बच्चे इशान (रोहित सराफ) को जेनेटिक बीमारी नहीं होती है परन्तु उनके तीसरे बच्चे यानी आयशा को ये बीमारी होती है। बाद में आयशा की मौत हो जाती है परन्तु बैकग्राउंड में चल रही स्टोरी अपनी ओर आकर्षित करती है।