सैटेलाइट शंकर मूवी रिव्यू: जाने क्या है मूवी का हाल

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Nikhil Talwaniya
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सैटेलाइट शंकर मूवी रिव्यू: जाने क्या है मूवी का हाल

कलाकार : सूरज पंचोली, मेघा आकाश, पालोमी घोष

निर्देशक : इरफान कमल

मूवी टाइप : ऐक्शन, ड्रामा

अवधि : 2 घंटा 2 मिनट

रेटिंग : 2.5

निर्देशक इरफान कमल की 'सैटेलाइट शंकर' सकारात्मक संदेश देने वाली मूवी है।फिल्म की कहानी की बात करे तो भारतीय सेना का जवान शंकर यानी सूरज पंचोली अपनी बटालियन में सैटेलाइट के नाम से जाना जाता है वह इसलिए क्योंकि उसके पास उसके पिता का बचपन में दिया हुआ एक डिवाइस है, जिसके द्वारा वह तरह-तरह की मिमिक्री करता रहता है।  

शंकर कई भाषाओं का जानकार है जिसकी वजह से वह कई बार दूसरों की आवाजें निकालकर भी लोगों के मध्य खुशियों की बहार ले आता है। शंकर अपने सीनियर्स को अपनी 8 दिन की अस्पताल वाली छुट्टी को लेकर घर जाने हेतु मना लेता है परतु इसमें शर्त यह रहती है कि उसे आठवें दिन अपनी बेस पर रिपोर्ट करना होता है। जब वह अपने होम टाउन पोलाची जाने के लिए निकलता है तो उसे उसकी बटालियन के साथी अपने घरों के लिए कुछ संदेश और तोहफे भिजवाते है। परतु उसका मददगार और निस्वार्थ स्वभाव कश्मीर से पोलाची जाते वक्त उसके लिए कठिनाइयाँ खड़ी कर देता है। वह ऐसे कि एक बंगाली बुजुर्ग दंपती को वह सही ट्रेन में बैठाता है लेकिन उसकी अपनी ट्रेन छूट जाती है। फिर उसकी मुलाकात एक विडियो ब्लॉगर से होती है, जिसे साथ से वह टैक्सी माफिया का पर्दाफाश करने में कामयाब होता है।  

अपनी यात्रा के दौरान वह कई समाज सेवा वाले कार्य करता है। जिसके चलते उसके आठ में से दो दिन बचे होते हैं। वह अपनी मां को मिलने नहीं जा पाता है। फिर  उसकी मुलाकात नर्स प्रमिला (मेघा आकाश) से होती है।  शंकर की मां ने मेघा को उसके रिश्ते के लिए पसंद किया है।  मेघा शंकर को न सिर्फ  उसकी मां से मिलने प्लान बताती है, बल्कि उसके वापस कश्मीर लौटने का रास्ता भी बताती है।  शंकर किस तरह  अपनी मां से मिलकरआर्मी बेस में रिपोर्ट करता है यही इस फिल्म में देखने लायक है।